Say Goodbye
Menstrual Pain

Say Goodbye to Menstrual Pain: 5 Quick Home Remedies Beyond Hot Compresses

कई लोग मासिक धर्म के दर्द को नियंत्रित करने के लिए ढेर सारी दवाइयां लेते हैं, यह जानते हुए भी कि यह हानिकारक हो सकती है। हालांकि, आयुर्वेद कहता है कि अगर समस्या बहुत गंभीर नहीं है, तो ऐसी समस्याओं को नियंत्रण में रखने के लिए घरेलू उपचार पर भरोसा किया जा सकता है।

मासिक धर्म के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव, पेट में दर्द, सूजन, चक्कर आना और मांसपेशियों में तनाव जैसी समस्याओं से जूझना पड़ता है। इसके अलावा, हार्मोनल उतार-चढ़ाव के कारण मूड में उतार-चढ़ाव हो सकता है। सामान्य गतिविधियां करना इतना कठिन है कि दवा के बिना आगे बढ़ना संभव नहीं है। कई लोग दवाइयां मुट्ठी भरकर ले लेते हैं, हालांकि उन्हें पता है कि यह हानिकारक हो सकती है। हालांकि, आयुर्वेद कहता है कि अगर समस्या बहुत गंभीर नहीं है, तो ऐसी समस्याओं को नियंत्रण में रखने के लिए घरेलू उपचार पर भरोसा किया जा सकता है।

1) कैमोमाइल चाय:

मासिक धर्म के दौरान गर्भाशय की मांसपेशियों के लगातार संकुचन और विस्तार के कारण पेट में दर्द होता है। इस समय कैमोमाइल चाय फायदेमंद हो सकती है। इस चाय के ‘एंटी-इंफ्लेमेटरी’ और ‘एंटी-स्पास्मोडिक’ गुण मासिक धर्म के दर्द को काफी हद तक कम कर देते हैं। इस दौरान कैफीन युक्त किसी भी पेय पदार्थ का सेवन वर्जित है। इस दृष्टि से कैमोमाइल चाय पूरी तरह कैफीन मुक्त है। इस चाय का सेवन करने पर शरीर में ‘ग्लाइसीन’ नामक एंजाइम उत्पन्न होता है, जो तंत्रिकाओं को शांत करता है। परिणामस्वरूप, दर्द की अनुभूति भी कम हो जाती है।

2) डार्क चॉकलेट:

डॉक्टर आमतौर पर मासिक धर्म के दौरान चॉकलेट खाने की सलाह नहीं देते हैं। हालांकि, दूध वाली चॉकलेट की जगह डार्क चॉकलेट खाने से मासिक धर्म के दर्द से राहत मिल सकती है। डार्क चॉकलेट में मौजूद मैग्नीशियम दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है।

3) दालचीनी:

कई लोगों को मासिक धर्म के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव का अनुभव होता है। दालचीनी पाउडर को गुनगुने पानी में मिलाकर पीने से इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है। जिन लोगों को नियमित मासिक धर्म नहीं आता, वे भी यह उपाय आजमा सकती हैं।

4) सौंफ़:

कई लोगों को मासिक धर्म के दौरान पेट में दर्द और सूजन का अनुभव होता है। हर किसी के घर में सौंफ़ होती है। यदि आप थोड़ी सी सौंफ चबाकर खा लें तो समस्या नियंत्रण में आ जाएगी। इससे मासिक धर्म भी सामान्य रहता है।

5) अलसी:

अलसी में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है। यह घटक विभिन्न हार्मोनों के बीच संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। जिससे मासिक धर्म से जुड़ी सभी समस्याओं पर नियंत्रण पाया जा सकता है।

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