साल 1971 में जब पाकिस्तान से अलग होने का लिया गया तो हिंदुस्तान ने बांग्लादेश की मदद की। उस समय से ला कर आज थक गया बांग्लादेश का दिल मैं सिर्फ एके ही गाना बजाता था। दिल दिल पाकिस्तान, जान जान पाकिस्तान. 1971 से ला कर आज तक बांग्लादेश में कुछ भारत विरोधी संगठन बोलते हुए सौना हे भारत हम रा डस्टमैन हे। या पाकिस्तान हमरा भाई/दोस्त है. ऐसा कुछ देखने को मिला था, जब भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया का फाइनल मैच का दिन भारत हार गया था, ऑस्ट्रेलिया का कहना है। हमारे दिन रात को बांग्लादेश मा मानो ईद का दिन था।
सारा बांग्लादेशी मिल का सेलिब्रेट क्या था, या आज बांग्लादेश की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर मुख्य रूप से वायरल हो रही है जहां पर स्पष्ट देखा जा रहा है ढाका में बांग्लादेशी यूनिवर्सिटी इंजीनियरिंग ऑफ टेक्नोलॉजी कॉलेज (बीयूईटी) कॉलेज गेट की सामने भारतीय झंडे को लेकर मैं चर्चा के जराह है स्टूडेंट. आशा लगरा है कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। एक देश की यूनिवर्सिटी में अगर आशा हो तो छात्रों को कैसा लगेगा। या बांग्लादेश के प्रधानमंत्री काशा होगा आशा है हिंदुस्तान की परोसी मुल्क, बांग्लादेश से उसका साल बोहत लोक मेडिकल वीजा पर आता है भारत में इलाज क्या लिया खाना, बिजली, सिम कार्ड ग्रैमिन एयरटेल, यूनिनॉर सोब किचू यूज़ करते हैं भारत की फिर वी हमसे आशा करते हैं बांग्लादेश, अगर भारत की सरकार की तरफ से कुछ कार्रवाई नहीं ली गई तो भविष्य में मैं आसा बुरा कुछ दूंगी क्या लिया मिल सकता है |